भारत के महान व्यक्तित्व
The Great Personalities
of
Indian History
(Part - 2)
भारत के 10 महान व्यक्तियों के नाम
गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर जिले में हुआ महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था इनकी माता का नाम श्रीमती पुतलीबाई और पिताजी का नाम श्री करमचंद गांधी था गांधी जी की पत्नी का नाम श्रीमती कस्तूरी बाई था महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख राजनीतिक एवं आध्यात्मिक मार्गदर्शक एवं नेतृत्वकर्ता थे महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता की विशाल लड़ाई को लड़ने एवं जीतने के लिए शांति और अहिंसा को अपने हथियार बनाएं गांधी जी के अथक प्रयासों एवं कई महत्वपूर्ण आंदोलनों की बदौलत भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली गांधी जी द्वारा चलाए गए महत्वपूर्ण आंदोलनों में असहयोग आंदोलन सविनय अवज्ञा आंदोलन दांडी मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन आदि प्रमुख है 30 मार्च 1948 को नई दिल्ली में नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मारकर गांधी जी की हत्या कर दी गई संपूर्ण विश्व में महात्मा गांधी को शांति और अहिंसा का प्रतीक माना जाता है वर्ष 2007 से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा गांधी जयंती अर्थात 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है|
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 19 से 6 को यूपी के उन्नाव जिले में हुआ था चंद्रशेखर आजाद के पिता का नाम पंडित श्री सीताराम तिवारी और माता का नाम श्रीमती जगरानी था चंद्रशेखर आजाद में बनारस से संस्कृत विषय में अपना अध्ययन पूर्ण किया था चंद्रशेखर आजाद में भगत सिंह और अन्य क्रांतिकारी देशभक्तों के सहयोग से हिंदुस्तान समाजवादी प्रजातंत्र सभा का गठन किया इस सभा का उद्देश्य भारत के आजादी के साथ भारत के भविष्य के विकास हेतु सामाजिक सिद्धांतों को लागू करना भी था चंद्रशेखर आजाद ने यह प्रण लिया था कि वह कभी भी ब्रिटिश सरकार के हाथों गिरफ्तार नहीं होंगे और हमेशा आजाद रहेंगे और अंत में आजादी की ही मौत मरेंगे और हुआ भी यही अपने क्रांतिकारी गतिविधियों से उन्होंने ब्रिटिश सरकार मैं एक जबरदस्त हो बना दिया था लेटेस्ट पुलिस के लिए उन्हें पकड़ पाना नामुमकिन सा हो गया था ब्रिटिश सरकार किसी भी कीमत पर उन्हें जिंदा या मुर्दा पकड़ना चाहती थी| The Great Personalities of India
27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में एक सभा के दौरान चंद्रशेखर आजाद को किसी मुखबिर की सूचना के आधार पर ब्रिटिश पुलिस ने घेर लिया अपने चारों ओर पुलिस को पाकर चंद्रशेखर आजाद ने अकेले ही वीरता पूर्वक लड़ते हुए पहले तो 3 पुलिस वालों को मार गिराया लेकिन जब स्वयं पूरी तरह अपने आप को गिरा हुआ पाए और बच निकलने का कोई रास्ता ना मिला तो उन्होंने अपने आप को गोली मारकर हमेशा के लिए आजाद कर दिया और भारत भूमि के लिए शहीद हो गए|
Click To Read Full Content 👆 |
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम नामक स्थान पर 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम था इनके पिता का नाम जैनुलाब्दीन था और इनकी माता का नाम असिम्मा था डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के पिता स्वयं अनपढ़ थे परंतु उनके विचार बहुत उच्च थे और वह सभी बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करना चाहते थे
डॉ कलाम कुल पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे इनसे बड़े तीन भाई और एक बहन थी परिवार की गरीबी के कारण डॉ कलाम ने छोटी उम्र में ही अखबार बेचने का काम शुरू कर दिया था शुरू में डॉक्टर कलाम पढ़ाई में सामान्य थे परंतु उन्हें नई नई चीजें सीखने के लिए हमेशा जिज्ञासा बनी रहती थी नई चीजों को सीखने के लिए हमेशा तैयार रहते थे गणित विषय में उनकी प्रमुख रूचि थी
डॉ कलाम आजीवन अविवाहित रहे
डॉ कलाम ने अपने स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने की बात भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन डीआरडीओ में एक वैज्ञानिक के रूप में काम किया सन 1969 में डॉ कलाम ने इसरो को ज्वाइन किया भारतीय परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के कारण डॉक्टर कलाम को भारत का मिसाइल मैन भी कहा जाता है डॉ एपीजे अब्दुल कलाम 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के राष्ट्रपति भी रहे 27 जुलाई 2015 को शिलांग मेघालय में एक क्लास को पढ़ाते हुए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हो गया|
डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का वास्तविक नाम भीमराव था और इनके पिताजी का नाम राम जी वर्ल्ड मालोजी सकपाल था उनकी माता जी का नाम श्रीमती भीमाबाई था डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने 1912 नई मुंबई विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा पास की उन्होंने फारसी विषय से स्नातक किया सन 1915 में उन्होंने अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की परीक्षा पास की और वर्ष 1916 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से ही उन्होंने पीएचडी की उपाधि भी प्राप्त की ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्त का विकेंद्रीकरण उनकी पीएचडी के शोध का विषय था
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारत में दलित और दलित आदिवासियों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए उन्होंने समाज में ऊंच-नीच जैसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए कई महत्वपूर्ण आंदोलन एवं सत्याग्रह चलाएं शोषित और अशिक्षित लोगों को जागरूक दीया और कमजोर वर्गों के छात्रों को छात्रावासों और छात्रवृत्ति के माध्यम से दलित वर्ग को शिक्षा से जोड़कर सामाजिक उत्थान का कार्य किया
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे भारत के संविधान के निर्माण में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का उल्लेखनीय योगदान रहा|
भारत के 10 महान व्यक्तियों के नाम
रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1835 को वाराणसी में हुआ इनके पिता का नाम मोरोपंत तांबे था और माता का नाम श्रीमती भागीरथी बाई था रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का वास्तविक नाम मणिकर्णिका था परंतु प्यार से उन्हें मनु भी पुकारा जाता था रानी लक्ष्मी बाई की बाल्यावस्था मैं ही उनकी माता का देहांत हो गया रानी लक्ष्मीबाई के पिता तत्कालीन पेशवा बाजीराव द्वितीय के सेवक थे रानी लक्ष्मीबाई को अक्सर पिता अपने साथ बाजीराव के दरबार में ले जाया करते थे जहां रानी लक्ष्मीबाई की चंचलता और सुंदरता ने सबका मन मोह लिया था बाजीराव मनु को प्यार से छबीली बुलाया करते थे 7 साल की उम्र में ही लक्ष्मीबाई ने घुड़सवारी सीख ली थी और तलवार बाजी और धनुर्विद्या में भी निपुण हो गई थी| The Great Personalities of India
1842 में रानी लक्ष्मीबाई का विवाह झांसी के राजा गंगाधर राव नेवलकर के साथ हुआ और इस तरह काशी की मनु झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बन गई थी 18 सो 51 में उन्हें एक पुत्र की प्राप्ति हुई लेकिन 18 सो 53 में ही उनके पुत्र और बढती दोनों की मृत्यु हो गई रानी लक्ष्मीबाई ने एक पुत्र गोद लिया और राजकाज देखने का निश्चय किया इस पुत्र का नाम उन्होंने दामोदर रखा झांसी में स्वतंत्रता आंदोलन का विद्रोह 4 जून 1857 को आरंभ हुआ
18 जून 18 57 को युद्ध क्षेत्र में लड़ते हुए झांसी की रानी लक्ष्मीबाई वीरगति को प्राप्त हुई|
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था
उनके पिता का नाम श्री विश्वनाथ दत्त था जो पेशे से वकील थे इनकी माता का नाम श्रीमती भुवनेश्वरी देवी था स्वामी विवेकानंद की बुद्धि बचपन से ही कुशाग्र थी और उन्हें हमेशा से परमात्मा को पाने की लालसा रहती थी स्वामी विवेकानंद के गुरु का नाम श्री रामकृष्ण परमहंस था स्वामी विवेकानंद ने शिकागो की महा धर्म सम्मेलन में भाग लिया और वहां अपने भाषण से भारत और भारतीय सभ्यता को संपूर्ण विश्व में गौरवान्वित किया स्वामी विवेकानंद ने 4 जुलाई उन्नीस सौ दो को वेल्लोर के रामकृष्ण मठ में समाधि स्थित होकर प्राण त्याग दिए|
श्री अटल बिहारी वाजपेई जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में हुआ इनके पिता का नाम श्री कृष्ण बिहारी वाजपेई और माता का नाम श्रीमती कृष्णा देवी था श्री अटल बिहारी वाजपेयी आजीवन अविवाहित रहे
श्री अटल बिहारी वाजपेई तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर रह चुके हैं वर्ष 1957 में जनसंघ पार्टी के उम्मीदवार के रूप में यूपी के बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र से पहली बार लोकसभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज की इसके बाद उन्हें उनकी उपलब्धियों को देखते हुए पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया अरुण बिहारी वाजपेई 1977 से 1979 तक मोरारजी देसाई की सरकार में विदेश मंत्री के पद पर रहे इसके बाद सर्वप्रथम 6 मई से 21 जून 1996 तक मात्र 13 दिनों के लिए अटल बिहारी वाजपेई भारत के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में पद पर रहे इसके बाद वर्ष 1998 और 1999 में दूसरी और तीसरी बार प्रधानमंत्री के पद पर शपथ ली 16 अगस्त 2018 को श्री अटल बिहारी वाजपेई ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे ली|
0 टिप्पणियाँ
इस आर्टिकल के संबंध में यदि आपको किसी भी तरह की समस्या को तो हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं|
कृपया किसी भी तरह का स्पैम लिंक या अवैध कंटेंट ना डालें|
धन्यवाद...!!!🙏